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Monday, 18 August 2008

भारत माँ के स्वर्णिम सपने

अभिनव सौ सौ बार बधाई
शैल शिखर पर चढ़कर तुमने
जैसे ही झंडा फहराया
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
लहर लहर त्यों ही लहराया
दशों दिशा गूँजी शहनाई

अभिनव तुमने सब दुनिया को
संपि अजब गजब थाती
जिद जुनून जज्बा के बल पर
सचमुच अबुझ जलाई बाती
जाग उठी सोयी तरुनाई

शिलालेख बन गया सदा को
इतिहास रचा अभिनव तुमने
धूमिल कभी न होने देना
भारत माँ के स्वर्णिम सपने
अम्र रहे अभिनव अगुवाई
[भोपाल:११.०८.०८]
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अभिनव बिंद्रा द्वारा बीजिंग ओल्य्म्पिक 2008 में निशानेबाजी की १० मीटर एयर रायफल प्रतियोगिता में स्वर्ण
पदक जीतकर स्वर्ण बन गये .

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