क्या बला की धूप?
चिलचिलाती धूप है /फनफनाती धूप है
बाल -रवि घर से चला /खिलखिलाती धूप है
चमन में हर कली को /गुदगुदाती धूप है
ताप के तेवर तने/फनफनाती धूप है
छतरियाँ कूलर चले/सर छिपाती धूप है
देखकर हैरान जग /मुस्कराती धूप है
हवा के संग जब बहे /सनसनाती धूप है
पीकर प्रदूषण भांग /बडबडाती धूप है
पारा हुआ हैरान /तिलमिलाती धूप है
आ छिपे सब छाँव में /क्या बला की धूप है
दिन ढला सूरज चला /मिनमिनाती धूप है
[भोपाल:३०.११.२०१२]
चिलचिलाती धूप है /फनफनाती धूप है
बाल -रवि घर से चला /खिलखिलाती धूप है
चमन में हर कली को /गुदगुदाती धूप है
ताप के तेवर तने/फनफनाती धूप है
छतरियाँ कूलर चले/सर छिपाती धूप है
देखकर हैरान जग /मुस्कराती धूप है
हवा के संग जब बहे /सनसनाती धूप है
पीकर प्रदूषण भांग /बडबडाती धूप है
पारा हुआ हैरान /तिलमिलाती धूप है
आ छिपे सब छाँव में /क्या बला की धूप है
दिन ढला सूरज चला /मिनमिनाती धूप है
[भोपाल:३०.११.२०१२]